माँ... तेरी आरजू में निःशब्द हूँ मैं तेरी बंदगी में निःस्वार्थ हूँ मैं सजदा करूँ तो करूँ... माँ... तेरी आरजू में निःशब्द हूँ मैं तेरी बंदगी में निःस्वार्थ हूँ मैं ...
मानव मानवता की खातिर जीवन में स्वीकार करो प्रथम प्यार।। मानव मानवता की खातिर जीवन में स्वीकार करो प्रथम प्यार।।
कोटि-कोटि वर्षों से यूँ ही कुम्भकार का चाक घूमता। कोटि-कोटि वर्षों से यूँ ही कुम्भकार का चाक घूमता।
ठोकर खाता हूं उठता हूँ फिर भी चलता जाता हूँ। ठोकर खाता हूं उठता हूँ फिर भी चलता जाता हूँ।
मुझे रास्ता चलना नहीं, पिरोना था थोड़ी तो देरी लाज़मी है, होनी थी तू मंज़िल, मैं मुसाफिर बस, ह... मुझे रास्ता चलना नहीं, पिरोना था थोड़ी तो देरी लाज़मी है, होनी थी तू मंज़िल,...
बिन मांगे अंत ही करेंगे बच्चे बस ऐसा कभी नहीं सोच था। बिन मांगे अंत ही करेंगे बच्चे बस ऐसा कभी नहीं सोच था।